भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं जो भाजपा को मुसीबत में डाल रहे हैं। पिछले साल उन्होंने संसद में बयान दिया था जिससे भाजपा की बहुत किरकिरी हुई थी। दो दिन पहले ही उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा पर विवादित टिप्पणी कर दी। अब उन्होंने आतिशी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कह दिया कि मुख्यमंत्री आतिशी ने तो अपना बाप ही बदल लिया है। यह बयान तब आया, जब कल प्रधानमंत्री मोदी की रैली हो रही थी। जब रमेश बिधूड़ी संबोधित करने आए तो उन्होंने यह अजीबो गरीब टिप्पणी कर दी। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर तंज कसा। इतना सब होने के बाद भी भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतार दिया है। ऐसे में उनके यह बयान भाजपा के लिए मुसीबत बन सकते हैं।
यह हैं रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान
- भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली पर जमकर बयानबाजी की थी। उन्होंने संसद में कह दिया था कि दानिश अली आतंकवादी हैं। उनके इस बयान पर काफी बवाल मचा। सिर्फ बसपा ही नहीं सपा और कांग्रेस ने भी उन्हें जमकर घेरा। राहुल गांधी ने तब बसपा सांसद से मुलाकात की थी और भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया। इस बयान पर काफी हो हल्ला मचा और भाजपा की खूब किरकिरी हुई।
- रमेश बिधूड़ी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव ने बयान दिया था कि वह हेमा मालिनी के गाल से भी चिकनी सडक़ बना देंगे। लालू तो ऐसा नहीं कर पाए लेकिन हम वादा करते हैं कि दिल्ली में प्रियंका गांधी वाड्रा के गाल से भी चिकनी सडक़ बनाएंगे। इस बयान पर बवाल हुआ, विपक्षी दलों ने उन्हें कटघरे में खड़ा किया लेकिन रमेश बिधूड़ी टस से मस नहीं हुए। उनका कहना था कि उन्होंने जो भी कहा है, सही कहा है इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
- रमेश बिधूड़ी का एक बयान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने अपना बाप ही बदल लिया है। पहले भी आतिशी मार्लेना थीं, तो अब सिंह बन गई हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी तंज कसा। रमेश बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम खाई थी कि फिर कभी कांग्रेस से हाथ नहीं मिलाएंगे लेकिन केजरीवाल ने यह कसम तोड़ दी और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया। अब विपक्षी दलों ने उन पर महिलाओं के अपमान के आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में भाजपा को जवाब देना मुश्किल हो रहा है।