संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन, राज्यसभा में विपक्ष के नेता (LoP) मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा नए सभापति का स्वागत करने के दौरान, पूर्व सभापति का अचानक ज़िक्र करने पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ी आपत्ति जताई। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नए सभापति को पद संभालने पर बधाई दी। “मैं आज अपनी तरफ से और सभी विपक्षी सदस्यों की तरफ से आपको राज्यसभा के चेयरमैन का पद संभालने पर दिल से बधाई देने के लिए खड़ा हुआ हूं।”
पूर्व सभापति का ज़िक्र और दुःख व्यक्त
बधाई देने के बाद, खरगे ने सदन के पूर्व सभापति (पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनधड़) के अचानक सदन से जाने का मुद्दा उठाया। मुझे उम्मीद है कि आपको बुरा नहीं लगेगा कि मुझे आपके पहले वाले के राज्यसभा के चेयरमैन के ऑफिस से पूरी तरह से अचानक जाने का ज़िक्र करना पड़ रहा… मुझे दुख हुआ कि सदन को उन्हें विदाई देने का मौका नहीं मिला। फिर भी, पूरे विपक्ष की ओर से मैं उनके स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।
रिजिजू ने जताई कड़ी आपत्ति
खरगे के इस बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने तुरंत आपत्ति जताते हुए विपक्ष को उनकी पिछली कार्रवाई याद दिलाई, “मैं बस हाउस को याद दिलाना चाहता हूं कि आप भूल गए हैं कि आपने पूर्व वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व चेयरमैन का अपमान करने के लिए किस भाषा का इस्तेमाल किया था।” रिजिजू ने आगे कहा कि विपक्ष ने पूर्व सभापति के खिलाफ जो रिमूवल मोशन (हटाने का प्रस्ताव) दिया था, वह उसकी भाषा नहीं भूले हैं। “आपने पूर्व चेयरमैन के बारे में जो बुरे शब्द इस्तेमाल किए थे। आपने जो रिमूवल मोशन दिया था, उसकी एक कॉपी अभी भी हमारे पास है। आपने पूर्व वाइस प्रेसिडेंट के खिलाफ जिस भाषा का इस्तेमाल किया था। आपने रिमूवल नोटिस में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया था, ज़रा सोचिए आपने चेयर की गरिमा को कितना खराब किया है।”
रिजिजू ने अंत में अपील की कि इस विशेष अवसर पर ऐसी अप्रासंगिक बातों का ज़िक्र न किया जाए। संसद के इस सत्र की शुरुआत, नए सभापति के स्वागत के बावजूद, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक से हुई है।


