देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मानसून ने समय से पहले दस्तक दे दी है, जिससे शहर में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। 24 मई को केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक साथ मानसून की एंट्री हुई, जो सामान्य तारीख से करीब 9 दिन पहले है। मुंबई में सोमवार-मंगलवार को जमकर बारिश हुई, जिसने 107 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और ठाणे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि रायगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट है। कुछ निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी देखने को मिली है, लेकिन मुंबईकरों को भीषण गर्मी से राहत मिली है।
दिल्ली और अन्य राज्यों में मॉनसून की एंट्री
मुंबई में मॉनसून के आगमन के बाद अब इसके आगे बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि परिस्थितियां अनुकूल हैं और अब मानसून मप्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, दिल्ली और अन्य राज्यों में बढ़ेगा। हालांकि कुछ दिन का ब्रेक भी हो सकता है। मप्र-छग में मानसून जून के पहले हफ्ते दस्तक दे सकता है। दिल्लीवासियों को भी बेसब्री से इंतजार है कि राष्ट्रीय राजधानी में कब राहत की बारिश होगी। दिल्ली में मॉनसून आमतौर पर 27 से 30 जून के आसपास दस्तक देता है। हालांकि अभी तक दिल्ली के लिए कोई निश्चित तारीख की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सामान्य तौर पर दिल्ली में मॉनसून 29 जून के आसपास पहुंचता है। इस साल पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से अधिक रहने वाला है। जून से सितंबर 2025 तक की अवधि के लिए देश में दीर्घावधि औसत का 106 प्रतिशत तक बारिश होने की संभावना है। दिल्ली सबडिवीजन में भी सामान्य से अधिक, लगभग 114 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है, जहां सामान्य तौर पर 431 मिमी बारिश होती है।