कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक बड़ा बयान दिया, जिसने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब पार्टी में लंगड़े घोड़ों को रिटायर किया जाएगा और युवाओं को आगे बढऩे का मौका मिलेगा। राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद संगठन में बड़े बदलावों के दौर से गुजर रही है। राहुल ने कमल नाथ का जिक्र कर कहा कि उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी रेस के घोड़ों को बारात में भेज देती है और बारात के घोड़ों को रेस में। राहुल ने कहा कि इसके अलावा कुछ लंगड़े घोड़े भी हैं, जिन्हें रिटायर करने का समय आ गया है। वहीं सीएम मोहन यादव ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की दाल मप्र में नहीं गलेगी। मप्र में सिर्फ भाजपा ही चलेगी।
लंगड़े घोड़ों को सम्मानजनक तरीके से रिटायर किया जाएगा
भोपाल में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, अब समय आ गया है कि पार्टी में उन लोगों को जिम्मेदारी दी जाए जो जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं, जिनके अंदर जोश है और जो पार्टी के लिए लडऩे को तैयार हैं। जो लोग अब लंगड़े घोड़े बन चुके हैं, उन्हें सम्मानजनक तरीके से रिटायर किया जाएगा। उनके इस बयान को पार्टी के भीतर के पुराने और स्थापित नेताओं के लिए एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी का यह बयान मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी बड़े फेरबदल का संकेत है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई युवा नेताओं ने हाल के दिनों में संगठन में बदलाव की वकालत की है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी आलाकमान राज्य इकाई में क्या बदलाव करता है और किन चेहरों को नई जिम्मेदारियां मिलती हैं। राहुल गांधी का यह कदम पार्टी को पुनर्जीवित करने और 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार करने की रणनीति का हिस्सा है। इस बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं में बेचैनी देखी जा रही है, जबकि युवा नेताओं में उम्मीद जगी है।

