लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण से हटाई गई टिप्पणियों और अंशों को लेकर अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा। अनुरोध किया है कि टिप्पणियों को बहाल किया जाए। पत्र में उन्होंने लिखा कि यह देखकर स्तब्ध हूं कि जिस तरह से मेरे भाषण के काफी हिस्से को निष्कासन की आड़ में कार्यवाही से हटा दिया गया है। मेरी सुविचारित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण पर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। बीजेपी के सभी नेताओं के निशाने पर राहुल ही हैं।
कांग्रेस नेता भी असहमत : मोहन यादव
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी की बातों से असहमति जताई है। मुझे लगता है कि मल्लिकार्जुन खरगे को इस बारे में विस्तृत जानकारी जुटानी चाहिए और राहुल गांधी से उनके इस्तीफे के बारे में बात करनी चाहिए।
करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया : साय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी द्वारा संसद में पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बेहद निंदनीय और आपत्तिजनक है। उन्होंने देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया है। राहुल गांधी को भारत की परंपरा और हिंदुओं की संस्कृति की कोई जानकारी नहीं है। उनके इस बयान से पूरा देश क्षुब्ध है। कांग्रेस की हिंदुओं के प्रति यह नफऱत बंद होनी चाहिए। अपने इस वक्तव्य के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पूरे देश से माफी मांगें।