बिहार के बेगूसराय के मटिहानी के एक स्कूल में भीषण गर्मी के कारण कई छात्राएं बेहोश हो गईं। बाद में छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिहार के शेखपुरा के एक स्कूल में भी भीषण गर्मी के कारण कई छात्र बेहोश हो गए। बाद में छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब राज्य में भीषण गर्मी में स्कूल खुले रखने पर सवाल उठ रहे हैं। आरजेडी ने पूछा है कि आखिर भीषण गर्मी में स्कूल क्यों लगाए जा रहे हैं?
स्कूलों में बच्चे कैसे सुरक्षित रहेंगे : तेजस्वी
बिहार के सरकारी स्कूलों में छात्रों के बेहोश होने पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है। केवल अफसरशाही रह गई है। स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है। मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए हैं? 47 डिग्री तापमान है और लू चल रही है तो छोटे बच्चों का ध्यान देना चाहिए। डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लू में मत निकलो। बिहार के स्कूलों की आधारभूत संरचना भी उस तरह का नहीं है कि स्कूलों में बच्चे सुरक्षित रहें। ये दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को इन लोगों ने घेर रखा है।
निगरानी की बनाई है व्यवस्था : डीएम
बेगूसराय डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि मटिहारी स्कूल में गर्मी की वजह से कुछ छात्राओं की तबियत खराब हो गई थी। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया। वर्तमान में सभी छात्रों की तबीयत ठीक है। गर्मी के कारण इस तरह की जितनी भी घटनाएं हो रही हैं, उसकी निगरानी के लिए जितने भी हमारे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है। अगर कहीं भी किसी बच्चे की तबीयत खराब होने की खबर सामने आती है तो उसके प्रथम उपचार के लिए जरूरी चीजें स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।