‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिलने के बाद से इस पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। फिल्म को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवॉर्ड दिया गया है, जिस पर अब भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) के छात्र संगठन ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। छात्र संगठन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर सरकार के इस फैसले की निंदा की है।
छात्र संगठन ने अपने बयान में कहा है कि यह फिल्म ‘झूठ और नफरत’ पर आधारित है और इसे राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवॉर्ड देना ‘हास्यास्पद’ है। उनका आरोप है कि फिल्म समाज में दरार पैदा करती है और एक विशेष समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाती है। संगठन ने कहा कि यह अवॉर्ड फिल्म निर्माण के सिद्धांतों और नैतिकता के खिलाफ है।
छात्रों ने अपनी आपत्ति में यह भी कहा कि इस तरह की फिल्मों को बढ़ावा देने से समाज में तनाव बढ़ सकता है और फिल्ममेकिंग की कला का दुरुपयोग होता है। उन्होंने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
गौरतलब है कि ‘द केरल स्टोरी’ जब रिलीज हुई थी, तब भी इसे लेकर देशभर में काफी विवाद हुआ था। कई राज्यों में इसे टैक्स-फ्री किया गया, तो कुछ राज्यों में इस पर प्रतिबंध भी लगाया गया था।
फिल्म की कहानी के दावों को लेकर भी काफी बहस हुई थी। अब राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद यह विवाद एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। FTII जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के छात्रों द्वारा विरोध जताना इस मुद्दे को और भी गंभीर बना देता है।