दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण कार विस्फोट को आतंकी घटना मानते हुए केंद्र सरकार ने तीव्र कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को अपने आवास पर देश की शीर्ष सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की, जो पूरे सवा घंटे तक चली।
मीटिंग में शामिल हुए ये दिग्गज
गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बेहद महत्वपूर्ण बैठक में खुफिया ब्यूरो (IB) के चीफ, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक (DG) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के डीजी सहित गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। यह बैठक धमाके की घटना के तुरंत बाद मंगलवार सुबह आयोजित की गई थी, जिसका मुख्य एजेंडा था – घटना की गहन समीक्षा और आगे की कार्रवाई के लिए एजेंसियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करना।
जांच और एक्शन पर हुआ मंथन
माना जा रहा है कि गृह मंत्री ने सभी एजेंसियों को इस षड्यंत्र की तह तक जाने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, मीटिंग में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई:
- एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम को जांच में तेजी लाने और किसी भी कोण को नज़रअंदाज़ न करने के निर्देश दिए गए।
- आईबी चीफ से इस हमले के संभावित आतंकी कनेक्शन और देश में अन्य संवेदनशील ठिकानों पर सुरक्षा बढ़ाने के संबंध में इनपुट लिए गए।
- दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में हाई अलर्ट जारी कर सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत करने पर सहमति बनी।
- विस्फोट से पहले कार के रूट और आस-पास के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगालने और संदिग्धों की पहचान करने पर जोर दिया गया।
आतंकी वारदात के बाद एक्शन
सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक कार में हुए जबरदस्त धमाके में 10 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 25 से ज्यादा घायल हो गए थे। गृह मंत्री अमित शाह ने घटना के तुरंत बाद ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ से बात की थी और एनआईए व एनएसजी की टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए थे।
जांच एजेंसियां अब यूएपीए (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही हैं। यह उच्च-स्तरीय बैठक स्पष्ट करती है कि सरकार इस आतंकी वारदात के दोषियों और उनके पीछे की साज़िश को बेनकाब करने के लिए बड़े एक्शन की तैयारी में है।


