रूस और अमेरिका के बीच दुश्मनी काफी पुरानी है। दोनों शक्तिशाली देश किसी न किसी मुद्दे पर टकराते रहे हैं। यूक्रेन में युद्ध के बाद अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन लगता है कि रूस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है। पांचवीं बार राष्ट्रपति चुन जाने के बाद व्लादिमिर पुतिन के इरादे भी बदले हुए हैं। रूस ने इससे पहले 2022 में कॉसमॉस-2553 लांच था। अब जाकर अमेरिका के अधिकारियों का दावा है कि इसे अंतरिक्ष में सेटेलाइट को नष्ट करने के हथियार का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है। अमेरिका का दावा है कि यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। हालांकि रूस का कहना है कि सेटेलाइट के साथ परमाणु हथियार नहीं भेजा गया था। फिर बाइडेन प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। अगर वाकई ऐसा हुआ तो स्पेस में युद्ध छिड़ जाएगा और इसका नुकसान दोनों देशों को उठाना पड़ेगा।
रूस कर रहा यह तैयारी
अमेरिका का दावा है कि कॉसमॉस-2553 सेटेलाइन को ऐसी जगह स्थापित किया गया है, जहां कोई अन्य अंतरिक्ष यान नहीं है। रूस लंबे समय से सेटेलाइट को नष्ट करने के लिए परमाणु क्षमता हासिल करने का प्रयास कर रहा है। अमेरिका ने इस पर रूस से चर्चा करने की कोशिश की लेकिन मॉस्को ने इसे खारिज कर दिया। अमेरिका और जापान ने स्पेस संधि के तहत इस मामले को यूएन में उठाया, लेकिन रूस ने वीटो कर इसे खारिज कर दिया। दरअसल रूस अगर ये क्षमता हासि कर लेगा तो वह अंतरिक्ष में किसी भी सेटेलाइट को नष्ट कर सकता है और अगर ऐसा हुआ तो मलबा अंतरिक्ष में जमा हो जाएगा जिससे कक्षाएं खतरनाक हो जाएंगी और संचार ठप हो जाएगा। इससे इंटरनेट ठप पड़ जाएगा।