प्रयागराज महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी से होगा। इस लिहाज से महज 4 महीने का ही समय शेष रह गया है। अभी बारिश के मौसम ने प्रयागराज में निर्माण और सौंदर्यीकरण के काम रोक दिए हैं। लेकिन जैसे ही बारिश खत्म होगी, तो उप्र की योगी सरकार युद्धस्तर पर तमाम विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराएगी। यहां टेंट सिटी बनने वाली है जिसमें श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए कई विशेष व्यवस्थाएं होंगी। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि संगमनगरी आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों रेत पर बसे शहर में टैंट सिटी के साथ-साथ योग-प्राणायाम और मेडिटेशन सत्र का हिस्सा बनने का भी मौका मिलेगा। देश-दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के स्नान-ध्यान के साथ ठहरने व भ्रमण करने की अच्छी और विश्व स्तरीय व्यवस्था की जा रही है।
वाटर स्पोट्र्स, पैरासेलिंग या पैरामोटरिंग का भी प्रबंध
टैंट सिटी में योग, यज्ञ, प्रवचन, भजन संध्या, प्राकृतिक चिकित्सा, रिवर व्यू, सांस्कृतिक गतिविधियां, साइकिलिंग के साथ-साथ सोशल कैम्पिंग और स्वदेशी और स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था रहेगी। योगी सरकार और यूपीएसटीडीसी महाकुंभ 2025 को यादगार बनाने के प्रयास में जुटी है। श्रद्धालुओं को अध्यात्म के साथ रोमांच का अनुभव मिले, इसके लिए वाटर स्पोट्र्स, पैरासेलिंग या पैरामोटरिंग का प्रबंध किया जा रहा है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मेला मैदान के अरैल घाट पर वाटर स्पोट्र्स का आयोजन करने की भी योजना है। प्रयागराज के मंदिरों का विकास, सौंदर्यीकरण, यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।