रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सीआईआई वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन-2025 में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत का अभिन्न अंग है और एक दिन वह स्वेच्छा से भारत में लौट आएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने की भारी कीमत चुकानी होगी, जिसका एहसास उसे अब होने लगा है।
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि PoK में रहने वाले लोग हमारे अपने हैं, हमारे परिवार का हिस्सा हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे वो भाई, जो आज भौगोलिक और राजनीतिक रूप से हमसे अलग हैं, वे भी अपने स्वाभिमान, अपनी आत्मा की आवाज और स्वेच्छा से भारत की मुख्य धारा में कभी न कभी ज़रूर लौटेंगे। उन्होंने PoK के लोगों की तुलना महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह से की, जो बाद में अपने बड़े भाई के साथ आ गए थे।
रक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति और जवाब को ‘रीडिजाइन’ और ‘रीडिफाइन’ किया है। उन्होंने कहा, “अब जब भी पाकिस्तान से बात होगी, तो वह केवल आतंकवाद और PoK पर होगी।” उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पहल की सफलता की भी सराहना की और कहा कि देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है।
सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकवाद का कारोबार फायदे का सौदा नहीं है, बल्कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आज इसका एहसास हो गया है। राजनाथ सिंह के इस बयान को पाकिस्तान के लिए एक कड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, जो भारत की PoK को लेकर दृढ़ता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी शून्य-सहिष्णुता की नीति को दर्शाता है।
पीओके हमारा होकर ही रहेगा, पाक को चुकानी होगी भारी कीमत, राजनाथ सिंह ने फिर दोहराया
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