जिस तरह बांग्लादेश में पाकिस्तान ने वहां के लोगों का दमन किया था, ठीक उसी तरह के हालात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानि पीओके में बन रहे हैं। वहां की जनता ने पाकिस्तान सेना के अत्याचार के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। हालात यह हैं कि कश्मीर की जनता सेना के खिलाफ सडक़ों पर उतर चुकी है। विरोध को काबू में करने के लिए सेना ने दमन चक्र शुरू कर दिया है। ऐसे हालात तब बने जब वहां पर पाकिस्तान की सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया है। इसीलिए बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो चुका है। रिपोर्ट यह भी आई है कि सेना ने वहां पर गोलियां चलाई हैं। अगर ऐसा ही रहा तो पीओके का हश्र भी बांग्लादेश की तरह हो जाएगा। बड़े पैमाने पर हो रही धरपकड़ और मारकाट से हालात कुछ ऐसे ही बन रहे हैं। 70 से ज्यादा लोगों को यहां गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके विरोध में जनता ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया और कई जगह हिंसक झड़प भी हुई।
मासूमों को भी बनाया निशाना
पाकिस्तानी सेना ने विद्रोह को कुचलने के लिए बल प्रयोग किया है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है। पाकिस्तान का सुरक्षा बल बच्चों को भी निशाना रहा है। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब सुरक्षा बलों और पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। आंसू गैस के गोले स्कूल के अंदर भी आकर गिरे से कई छात्राओं के घायल होने की खबर है। यह पहली बार नहीं है, जब पीओके की आवाम सेना और सरकार के खिलाफ विद्रोह करने उतरी है। कई अवसरों पर इस तरह के विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। वहां की आवाम और नेता भी पीओके के भारत में शामिल होने की पक्षधर है। विदेश मंत्री एस जयशंकर, गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी भी साफ कर चुके हैं कि पीओके भारत का हिस्सा था और रहेगा।