प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। उनकी अगवानी के लिए मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम अपनी पूरी कैबिनेट के साथ मौजूद थे। इसमें सांसद, राजनीतिक दलों के साथ ही धार्मिक नेता भी शामिल थे। पीएम मोदी यहां राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे। मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा ‘स्काईडाइविंग टीम’ भाग ले रही है, जो भारत की ताकत का प्रदर्शन करेगी।
कई समझौतों पर होंगे हस्ताक्षर
मोदी का स्वागत करने के लिए रामगुलाम के अलावा मॉरीशस के उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रीय विधानसभा के अध्यक्ष, विपक्षी नेता, वित्त मंत्री और कैबिनेट सचिव भी मौजूद थे। पीएम मोदी की यात्रा मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के निमंत्रण पर हो रही है। यात्रा के दौरान दोनों देश क्षमता निर्माण, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
10 साल बाद किसी पीएम का दौरा
यात्रा के दौरान पीएम मोदी मॉरीशस के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे। वे भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे। पीएम मोदी 10 साल बाद मॉरीशस पहुंचे हैं। इसके पहले उन्होंने 2015 में देश का दौरा किया था।
अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार
पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपने सागर विजन के तहत अपने लोगों की प्रगति और समृद्धि के साथ-साथ हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए अपनी स्थायी मित्रता को मजबूत करने की प्रतीक्षा में हूं। ‘सागर’ से आशय ‘सेक्युरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन’ (क्षेत्र में सबके लिए सुरक्षा और विकास) से है। मोदी ने कहा कि हिंद महासागर में मॉरीशस एक करीबी समुद्री पड़ोसी, एक प्रमुख साझेदार और अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार है। हम इतिहास, भूगोल और संस्कृति से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। दोनों देशों के लोगों के बीच घनिष्ठ एवं ऐतिहासिक संबंध साझा गौरव का स्रोत हैं।