पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता रहे नटवर सिंह का निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री ने शोक जताते हुए उनके योगदान को याद किया, तो कांगे्रस ने अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है। जबकि नटवर सिंह को 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राज्यमंत्री बनाया था। 2004 में कांग्रेस सरकार की वापसी के साथ ही डॉ. मनमोहन सिंह ने उन्हें विदेश मंत्री के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी दी थी। हालांकि तब वे विवादों में घिर गए और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। अपनी किताब में सोनिया गांधी पर निशाना साधने के कारण ने उनसे दूरी बना ली।
विदेश नीति की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ विपुल लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ है।
परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह के निधन से बहुत दु:ख हुआ। उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके लेखन, विशेष रूप से चीन पर, ने हमारी कूटनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएँ।