अहमदाबाद के बाहरी इलाके में बड़े विमान हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। एक यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से घटनास्थल पर भीषण आग लग गई, जिससे वहां का तापमान अविश्वसनीय रूप से 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस भयावह दुर्घटना में अब तक 265 लोगों के शव अहमदाबाद सिविल अस्पताल ले जाए जा चुके हैं। आशंका है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। मृतकों में पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान में लैंडिंग से ठीक पहले तकनीकी खराबी आई और वह अचानक जमीन पर गिरकर बिल्डिंग से टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते आग का एक बड़ा गोला उठ गया। अग्निशमन विभाग की कई गाडिय़ां तुरंत मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग की प्रचंडता इतनी अधिक थी कि उस पर काबू पाने में घंटों लग गए। आग बुझने के बाद घटनास्थल पर सिर्फ मलबा और राख का ढेर ही बचा है, जो दुर्घटना की भयावहता को बयां करता है। प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय पुलिस की टीमें शामिल थीं। बचावकर्मी अत्यधिक गर्मी और धुएं के बीच काम कर रहे हैं। कई शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। डीएनए परीक्षण के माध्यम से पहचान की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है। बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी और स्वयंसेवक पीडि़तों के परिजनों को सांत्वना देने और आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए मौजूद हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मुआवजे की घोषणा की है। गृहमंत्री अमित शाह अहमदाबाद में हैं, जबकि पीएम मोदी भी आज घटनास्थल का दौरा करेंगे।