उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के हादसे पर प्रेस कान्फें्रस करते हुए कहा कि इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी, लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे।
छूने के लिए बढ़े तो मची भगदड़
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे, उनकी कथा संपन्न होने के बाद उनके मंच से उतरने के पर उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल आगे बढ़ा। तभी उनके पीछे एक भीड़ गई। इसी दौरान वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे, जिसके कारण यह हादसा हुआ। इस पूरी घटनाक्रम के लिए एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की गई है जिसने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है। कई पहलू हैं जिनपर जांच होना आवश्यक है।
चोरी भी, सोनाजोरी भी
योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ पर कहा कि कुछ लोगों की प्रवृति होती है कि इस प्रकार की दुखद घटनाओं पर वे राजनीति ढूंढते हैं। ऐसे लोगों की फितरत है, चोरी भी और सीना जोरी भी। यह हर व्यक्ति जानता है कि उन सज्जन की फोटो किसके साथ है और उनके राजनीतिक संबंध किनके साथ जुड़े हुए हैं। आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों के दौरान इस प्रकार की भगदड़ कहां मचती थी और कौन इसके पीछे था।