हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिन्दी आंदोलन-1957 के मातृभाषा सत्याग्रहियों के लिए पेंशन को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रतिमाह करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग 161 मातृभाषा सत्याग्रहियों या उनके जीवित पति-पत्नियों को 15,000 रुपये मासिक पेंशन वितरित करता है। प्रस्तावित वृद्धि 20,000 रुपये प्रति माह होने से राज्य सरकार 96.60 लाख रुपये का अतिरिक्त वार्षिक व्यय करेगी।
1957 में छिड़ा था धर्मयुद्ध
1957 में तत्कालीन पंजाब के हिंदी भाषी क्षेत्रों से अनेक लोगों ने मातृभाषा के सम्मान और प्रचार के लिए एक धर्मयुद्ध छेड़ा था। इस आंदोलन ने हरियाणा को एक अलग राज्य के रूप में बनाने में मदद की थी। सत्याग्रहियों के बलिदान के कारण ही हरियाणा भारत के मानचित्र में अलग राज्य के रूप में उभरा है।
सीएम ने सुनीं 200 से अधिक शिकायतें
मुख्यमंत्री नायब सिंह ने नारायणगढ़ अनाज मंडी में जनसंवाद कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याएं सुनीं। इस मौके पर उन्होंने नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को 10-10 लाख और नगरपालिका नारायणगढ़ को 10 करोड़ रुपए की ग्रांट विकास कार्यों के लिए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने लगभग 200 से अधिक लोगों की शिकायतें सुनीं और अधिकांश शिकायतों के निपटान के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए। जनसंवाद कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री ने नारायणगढ़ में 100 बेड के निर्माणाधीन अस्पताल का निरीक्षण भी किया।