भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 27 अगस्त से अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने की अधिसूचना जारी करने के बाद निवेशकों में डर का माहौल है। इस नए टैरिफ के लागू होने से भारत पर कुल टैरिफ बढ़कर 50% हो जाएगा।
आज सुबह बाजार खुलते ही सेंसेक्स में 600 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जबकि निफ्टी भी 170 अंक से ज्यादा लुढ़क गया। सेंसेक्स 81,020.81 और निफ्टी 24,794 पर कारोबार कर रहा था। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका द्वारा उठाया गया यह कठोर कदम है, जिसे रूस से भारत के तेल आयात से जोड़कर देखा जा रहा है।
इस फैसले से उन भारतीय निर्यात क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है, जो अमेरिका पर निर्भर हैं, जैसे सी-फूड, कपड़ा, रत्न और आभूषण। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस अनिश्चितता के कारण विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली बढ़ सकती है।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है। अगर सरकार घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने और वैकल्पिक बाजारों की तलाश करने के लिए प्रभावी कदम उठाती है, तो बाजार जल्द ही संभल सकता है। फिलहाल, निवेशक ‘देखो और प्रतीक्षा करो’ की मुद्रा में हैं और आगे की स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।