गाजा पट्टी में जारी भीषण संघर्ष के बीच, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने भारत सरकार से इस युद्ध को रोकने और क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए समर्थन मांगा है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें गाजा की वर्तमान स्थिति और मानवीय संकट पर चिंता व्यक्त की गई है।
अब्बास का पीएम मोदी को पत्र
राष्ट्रपति अब्बास ने अपने पत्र में गाजा में इजरायल और हमास के बीच चल रहे सैन्य अभियानों से उत्पन्न मानवीय त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया है और भारत से अपील की है कि वह अपने ऐतिहासिक संबंधों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बढ़ती भूमिका का उपयोग करके इस संघर्ष को समाप्त कराने में मदद करे। पत्र में गाजा में नागरिकों की सुरक्षा, विस्थापित लोगों की स्थिति और मानवीय सहायता की आवश्यकता पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
भारत की संतुलनकारी विदेश नीति
भारत ने ऐतिहासिक रूप से फिलिस्तीनी मुद्दे पर समर्थन दिया है, लेकिन इजरायल के साथ भी उसके मजबूत संबंध हैं। इस जटिल स्थिति में, भारत ने लगातार दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने का आह्वान किया है। गाजा में हालिया संघर्ष पर भी भारत ने चिंता व्यक्त की है और संयुक्त राष्ट्र में मानवीय सहायता के लिए मतदान किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में गाजा में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ भी लॉन्च किया था। भारत, एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी गाजा संकट पर लगातार सक्रिय रहा है।
अंतरराष्ट्रीय दबाव की आवश्यकता
राष्ट्रपति अब्बास का यह पत्र ऐसे समय में आया है जब गाजा में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ रहा है। भारत, एक बड़ी शक्ति के रूप में, इस संघर्ष को समाप्त करने और फिलिस्तीन में शांति और स्थिरता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार इस अपील पर क्या प्रतिक्रिया देती है।