जम्मू-कश्मीर के कटरा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में इंसानियत और कश्मीरियत, दोनों पर वार किया। उसका इरादा भारत में दंगे कराने का था। कश्मीर के मेहनतकश लोगों की कमाई रोकने का था, इसलिए पाकिस्तान ने पर्यटकों पर हमला किया। मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, मां भारती का मुकुट है। ये मुकुट एक से बढक़र एक खूबसूरत रत्नों से जड़ा हुआ है। ये अलग-अलग रत्न, जम्मू कश्मीर का सामथ्र्य हैं। यहां की पुरातन संस्कृति, यहां के संस्कार, यहां की आध्यात्मिक चेतना, प्राकृति का सौंदर्य, यहां की जड़ी बूटियों का संसार, फलों और फूलों का विस्तार, यहां के युवाओं में जो कौशल है वो मुकुट मणि की तरह चमकता है।
मोदी ने कहा कि चिनाब ब्रिज हो या फिर अंजी ब्रिज हो ये जम्मू-कश्मीर की समृद्धि का जरिया बनेंगे। इससे टूरिज्म तो बढ़ेगा ही इकोनॉमी के दूसरे सेक्टर्स को भी लाभ होगा। जम्मू कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी दोनों क्षेत्रों के कारोबारियों के लिए नए अवसर बनाएगी। इससे यहां की इंडस्ट्री को गति मिलेगी। हमारा अंजी ब्रिज भी इंजीनियरिंग का बेहतर नमूना है। ये भारत का पहला केबल-सपोर्टेड रेलवे ब्रिज है। ये दोनों ब्रिज सिर्फ ईट, सीमेंट, स्टील और लोहे के ढांचे नहीं है बल्कि ये पीर पंजाल की दुर्गम पहाडिय़ों पर खड़ी भारत की शक्ति का जीवंत प्रतीक है।
मोदी ने कहा कि चिनाब ब्रिज, दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है..ये ब्रिज, एफिल टॉपर से भी ऊंचा है। अब लोग चिनाब ब्रिज के जरिए कश्मीर देखने तो जाएंगे ही, साथ ही ये ब्रिज भी अपने आप में एक आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेगा। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि इस प्रोजेक्ट ने हमारे कार्यकाल में गति पकड़ी और हमने इसे पूरा करके दिखाया। रास्ते में आने जाने की मुश्किलें, मौसम की परेशानी, लगातार पहाड़ों से गिरते पत्थर, ये प्रोजेक्ट पूरा करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमारी सरकार ने चुनौती को ही चुनौती देने का रास्ता चुना है। पीएम ने कहा कि आज का ये कार्यक्रम भारत की एकता और भारत की इच्छाशक्ति का विराट उत्सव है। माता वैष्णो देवी के आर्शीवाद से आज वादिए कश्मीर भारत के रेल नेटवर्क से जुड़ गई है…हम कहते आए हैं कि कश्मीर से कन्याकुमारी और ये अब रेलवे नेटवर्क के लिए हकीकत बन गया है।