पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करके पाकिस्तान पर हमले करवा रहा है, और उन्होंने भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बयानों पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
भारतीय सेना प्रमुख का ‘खौफ’
- आसिफ की चिंता का मुख्य कारण भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का हालिया बयान है। जनरल द्विवेदी ने चेतावनी दी थी कि भारत किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार है और आतंकवाद को प्रायोजित करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
- सेना प्रमुख ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का जिक्र करते हुए कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ तो बस एक ट्रेलर था, जो 88 घंटे में समाप्त हो गया था, और अब अगर पाकिस्तान ने कोई गलत हरकत की तो भारत उसे सबक सिखाएगा।
- जनरल द्विवेदी ने दोहराया था कि भारत का रुख स्पष्ट है— “पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते” और आतंकवाद तथा बातचीत एक साथ नहीं हो सकते।
भारत पर लगाए बेबुनियाद आरोप
- ‘प्रॉक्सी वॉर’ का दावा: ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया है कि भारत, अफगानिस्तान में तालिबान को प्रायोजित कर रहा है और काबुल दिल्ली के लिए छद्म युद्ध (Proxy War) लड़ रहा है। आसिफ ने दावा किया कि पाकिस्तान में हो रही आतंकी गतिविधियों के पीछे अफगानिस्तान में पनाह पाए लड़ाके हैं, जिन्हें भारत से मदद मिल रही है।
- दो मोर्चों पर युद्ध की तैयारी: आसिफ ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान दो मोर्चों (भारत और अफगानिस्तान) पर युद्ध के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “अल्लाह ने पहले दौर में हमारी मदद की थी और वह दूसरे दौर में भी करेगा।”
- दिल्ली ब्लास्ट पर बेतुका बयान: आसिफ ने हाल ही में दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट (10 नवंबर 2025) को भी “गैस सिलेंडर फटने” की घटना बताकर कमतर आंकने की कोशिश की और कहा कि उन्हें हैरानी नहीं होगी अगर भारत इस हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगा दे।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने पाकिस्तानी नेतृत्व के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन्हें “निराधार और बेबुनियाद” बताया है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए पड़ोसियों को दोष देने की “पूर्वानुमानित रणनीति” अपनाता है।


