पाकिस्तान की हालत किसी से छिपी नहीं है। भीख का कटोरा लेकर घूम रहे पड़ोसी मुल्क की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। आंतरिक संकट से जूझ रहे आतंकिस्तान को एक और संकट का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल पाकिस्तानी सरकार के एक फैसले से देश में एक बार फिर से महंगाई बढ़ जाएगी। इस फैसले से रावलपिंडी के व्यापारियों में नाराजगी है। अगर सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो पाकिस्तान का महंगाई की आग में जलना तय है। दूध, ब्रेड जैसी चीजों की कीमत आसमान छू सकती हैं। महंगाई इतनी बढ़ जाएगी कि खाने-पीने की चीजें आम लोगों की पहुंच से दूर हो जाएंगी।
प्रोफेशनल टैक्स में वृद्धि से बढ़ेगी मुश्किल
दरअसल पूरा मामला प्रोफेशनल टैक्स से जुड़ा है। पाकिस्तान सरकार ने रावलपिंडी डिवीजन में कारोबार के लिए प्रोफेशनल टैक्स में वृद्धि की घोषणा की है। इससे रावलपिंडी के व्यापारियों में आक्रोश फैल गया है। दुकानदारों को 50 हजार से लेकर 2 लाख पाकिस्तानी रुपये तक के प्रोफेशनल टैक्स बिल भेजे गए हैं। इन बिलों को मिलने के बाद व्यापार संघों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी व्यापारियों की सेंट्रल बॉडी मरकजी अंजुमन ताजरान ने दुकानदारों से कहा कि वे इन बढ़े हुए टैक्स बिल का भुगतान न करें। सरकार का यह निर्णय रावलपिंडी में दूध और दही विक्रेताओं के लिए काफी चिंताजनक है। अब दो लाख पाकिस्तानी रुपये का सालाना टैक्स देना होगा। पहले प्रोफेशनल टैक्स सालाना 1500 से 3000 पाकिस्तानी रुपये के बीच था। अब इसमें बेहताशा वृद्धि की गई है।
पूरे पाकिस्तान में दिखेगा असर
किराना स्टोर, सैलून, वेल्डर, जनरल स्टोर समेत कई छोटे व्यवसायों को अब सालाना 30 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक का टैक्स देना होगा। रावलपिंडी में बढ़ाए गए इस टैक्स का असर आने वाले दिनों में पूरे पाकिस्तान में दिखाई दे सकता है। बढ़े टैक्स की भरपाई करने के लिए दुकानदार चीजों को ऊंचे दामों पर बेचेंगे, जिससे महंगाई बढ़ेगी। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर पुरानी दरें बहाल नहीं की गईं तो वे पूरे पंजाब में हड़ताल शुरू कर देंगे।