पिछले दिनों बालाकोट पर एक वेब सीरीज आई थी, जिसमें बालाकोट के हमले के बाद की स्थिति बताई गई थी। इस वेब सीरीज में दिखाया गया था कि भारत ने कैसे कूटनीति और दबंगई दिखाते हुए पाकिस्तान को थर-थर कांपने पर मजबूर कर दिया था। बात फरवरी 2019 की है, जब भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर पाकिस्तान को दहला कर रख दिया था। पाकिस्तान ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद काउंटर अटैक करने की कोशिश की थी। भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तान को अमेरिका से मिले एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस दौरान भारतीय पायलट अभिनंदन वर्धमान का मिग-21 लड़ाकू विमान क्रैश कर पीओके में जा गिरा था और वे पकड़े गए थे। दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था। भारत ने डिप्लोमेसी के जरिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ये साफ कर दिया था कि अगर अभिनंदन को नहीं छोड़ा गया, तो पाकिस्तान पर हमला कर दिया जाएगा। इसके लिए भारत की मिसाइलें तैयार थीं। इसके बाद पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ दिया। अब इसका खुलासा पाकिस्तान की मीडिया ने कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि कैसे सेना प्रमुख बाजवा कांप रहे थे और इमरान खान ने पूरे मुल्क की बेइज्जती करवा दी थी।
इमरान नहीं आए, बाजवा कांप रहे थे
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता सरदार अयाज सादिक ने संसद में कहा था कि अभिनंदन की गिरफ्तारी के बाद तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अगर पाकिस्तान अभिनंदन को नहीं छोड़ता तो भारत उस रात 9 बजे हमला कर देता। पाकिस्तानी सांसद ने कहा कि उस दौरान सेना प्रमुख जनरल बाजवा को बहुत पसीना आ रहा था और उनके पैर कांप रहे थे। सरदार अयाज सादिक ने संसद में कहा कि मुझे याद है कि शाह महमूद कुरैशी उस बैठक में थे, जिसमें इमरान खान ने भाग लेने से इंकार कर दिया था और सेना प्रमुख जनरल बाजवा कमरे में आए तो उनके पैर कांप रहे थे और वे पसीने से तर थे। विदेश मंत्री ने कहा था कि भगवान के लिए अभिनंदन को जाने दो, भारत रात 9 बजे पाकिस्तान पर हमला करने वाला है। जियो न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान को इंटेलीजेंस रिपोट्र्स से पता चला था कि भारत, पाकिस्तान के अंदर एयरफोर्स के ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला करने वाला था। पाकिस्तानी एयर डिफेंस ब्रह्मोस को ट्रैक नहीं कर सकता थे। लिहाजा पाकिस्तान में आनन-फानन एक बैठक बुलाई गई थी। सुरक्षा समिति की इस बैठक जनरल बाजवा भी मौजूद थे। लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने बैठक में भाग लेने से इंकार कर दिया क्योंकि वे शहबाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी जैसे विपक्षी नेताओं से मिलना नहीं चाहते थे।
बैठक में हुआ था फैसला
जियो न्यूज के मुताबिक, युद्ध की आशंका के बीच एक ऐसे समय में, जब देश युद्ध की कगार पर खड़ा था तब बैठक में इमरान खान नहीं पहुंचे थे। इमरान खान के बैठक में नहीं शामिल होने से पाकिस्तान में राजनीतिक एकता के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा हो गई। बैठक में फैसला ले लिया गया कि पायलट अभिनंदन को रिहा कर दिया जाएगा। इस बाबत अमेरिका को तत्काल खबर दे दी गई। इसके बाद भारत ने हमला करने का फैसला टाल दिया था।