भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किए गए हैं। यह हमला उस समय अंजाम दिया गया, जब पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारतीय सेना की एक बड़ी मॉक ड्रिल पर नजर रख रही थी। भारत ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए अचूक समय पर इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से एलओसी के पास भारतीय सेना एक व्यापक सैन्य अभ्यास कर रही थी, जिसमें तीनों सेनाओं के जवान शामिल थे। पाकिस्तानी सेना इस गतिविधि को सामान्य मॉक ड्रिल समझकर उस पर निगरानी रख रही थी। इसी दौरान, भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली सटीक जानकारी के आधार पर तीनों भारतीय सेनाओं ने एक साथ कई आतंकी ठिकानों पर हमला बोल दिया। इस कार्रवाई में मुख्य रूप से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को प्रशिक्षण और आश्रय दे रहे थे।
पाकिस्तान को फिर चौंकाया
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत ने मॉक ड्रिल की आड़ में इस ऑपरेशन को अंजाम देकर पाकिस्तान को चौंका दिया। पाकिस्तानी सेना को यह अंदाजा भी नहीं था कि उनकी निगरानी के दौरान भारत इतनी बड़ी कार्रवाई कर सकता है। इस सफल ऑपरेशन में लगभग 90 आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है, जिससे आतंकी संगठनों को एक बड़ा झटका लगा है। इस घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। और भारतीय सेना किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत और रणनीतिक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।