प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत विभिन्न देशों की यात्रा कर लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करना और भारत के पक्ष को मजबूती से रखना था। कुल सात प्रतिनिधिमंडल, जिनमें विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद, पूर्व सांसद और प्रतिष्ठित राजनयिक शामिल थे, ने 33 देशों की राजधानियों और यूरोपीय संघ मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने इन दौरों के दौरान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट किया और विश्व शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और शशि थरूर ने पीएम मोदी को ब्रीफिंग दी और विस्तार से चर्चा की।
भारत के रुख के लिए मजबूत समर्थन मिला
पीएम आवास पर हुई बैठक में, प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने अनुभवों और विभिन्न देशों के साथ हुई चर्चाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने साझा किया कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के लिए मजबूत समर्थन मिला है। कांग्रेस के शशि थरूर, भाजपा के रविशंकर प्रसाद, जेडी (यू) के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले जैसे नेताओं ने इस पहल में सक्रिय भूमिका निभाई। यह अभियान भारत की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ी है और पाकिस्तान पर दबाव बनाने में मदद मिली है। यह दर्शाता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत एकजुट है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।