अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमावर्ती इलाकों (डूरंड लाइन) पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े तनाव के कारण दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़पें तेज हो गई हैं।
अब तक क्या-क्या हुआ:
- पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक: संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान द्वारा काबुल और पक्तिका प्रांत में कथित हवाई हमलों से हुई। पाकिस्तान का दावा था कि ये हमले TTP के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए।
- तालिबान का पलटवार: तालिबान सरकार ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और जवाबी कार्रवाई की। अफगान बलों ने डूरंड लाइन के पार पाकिस्तानी सेना की कई सीमा चौकियों पर भीषण हमला किया।
- दावे और नुकसान: अफगान रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उन्होंने कुनर और हेलमंद प्रांतों में पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों पर कब्जा कर लिया है और इन झड़पों में कम से कम 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। वहीं, पाकिस्तानी ड्रोन और रडार सिस्टम को भी नुकसान पहुंचने की खबर है। पाकिस्तान इन दावों को अनावश्यक गोलीबारी बता रहा है।
- TTP की पृष्ठभूमि: TTP, जिसे पाकिस्तानी तालिबान भी कहा जाता है, पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करना चाहता है और पाकिस्तानी सरकार तथा सेना को गैर-इस्लामिक मानता है। अफगानिस्तान का तालिबान TTP के खिलाफ कार्रवाई करने से मना करता रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है।
विभिन्न देशों की चिंताएं:
इस बढ़ते हिंसक घमासान पर कई देशों ने चिंता जताई है:
- खाड़ी देश (सऊदी अरब, कतर): इन मुस्लिम देशों ने दोनों पक्षों से ‘संयम बरतने’, ‘तनाव कम करने’ और ‘संवाद’ तथा ‘कूटनीति’ को प्राथमिकता देने की अपील की है ताकि क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय: व्यापक रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को डर है कि यह संघर्ष एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध का रूप ले सकता है, जिससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के अस्थिर क्षेत्र में स्थिति और बिगड़ सकती है।
फिलहाल, सीमा पर तनाव बरकरार है और दोनों देशों के बीच संवाद स्थापित करने के प्रयास जारी हैं।