पाकिस्तान ने रावलपिंडी स्थित अपने महत्वपूर्ण नूर खान एयरबेस की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। हाल ही में जारी हुई सैटेलाइट तस्वीरों से यह खुलासा हुआ है कि भारत के एक मिसाइल हमले के बाद एयरबेस को काफी नुकसान पहुंचा था, जिसकी अब मरम्मत की जा रही है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुआ था हमला
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने मई 2025 में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान नूर खान एयरबेस पर हमला किया था। इस हमले में ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था, जो पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदते हुए एयरबेस पर जा गिरी थी। यह एयरबेस इस्लामाबाद से सिर्फ 25 किलोमीटर दूर है और पाकिस्तान वायुसेना के लिए एक रणनीतिक केंद्र माना जाता है।
हमले में एयरबेस को भारी नुकसान
भारतीय मिसाइल हमले से नूर खान एयरबेस को भारी नुकसान हुआ था। सैटेलाइट तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कई इमारतें और रणनीतिक बुनियादी ढाँचा नष्ट हो गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में एयरबेस पर स्थित ड्रोन कमांड सेंटर पूरी तरह से तबाह हो गया था। इस ऑपरेशन के दौरान, भारत ने कथित तौर पर ब्रह्मोस और स्कैल्प एयर-लॉन्च्ड लैंड अटैक मिसाइलों का इस्तेमाल किया था। ब्रह्मोस मिसाइल को भारतीय वायुसेना के Su-30 लड़ाकू विमान से और स्कैल्प को राफेल जेट से लॉन्च किया गया था।
मरम्मत का काम जारी
ताजा सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि 3 सितंबर को एयरबेस पर मरम्मत का काम तेजी से चल रहा था। नई दीवारें बनाई जा रही हैं और क्षतिग्रस्त इमारतों को ठीक किया जा रहा है, जो मूल संरचना के समान हैं। यह मरम्मत कार्य भारत के हमले के बाद हुए नुकसान की पुष्टि करता है।