ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है, जिसके बाद जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों और आतंकी मसूद अजहर के परिवार को भारी नुकसान पहुंचा है। इस ऑपरेशन के बाद से ही पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ गया है, जिसका असर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान में साफ तौर पर दिखा है।
बिलावल भुट्टो ने मसूद अजहर के ठिकाने को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “हमें नहीं पता कि मसूद अजहर कहां है। अफगान जिहाद के उसके अतीत को देखते हुए, हमें लगता है कि वह अफगानिस्तान में है।” उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत इस बारे में पुख्ता जानकारी देता है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है, तो पाकिस्तान उसे गिरफ्तार करने में खुशी महसूस करेगा।
बिलावल भुट्टो का यह बयान पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर करता है। जहां एक तरफ भारत लंबे समय से मसूद अजहर के पाकिस्तान में होने के सबूत देता रहा है, वहीं पाकिस्तान अब उससे पल्ला झाड़ता दिख रहा है। ऑपरेशन सिंदूर में जैश-ए-मोहम्मद के 21 आतंकियों के मारे जाने और मसूद अजहर के परिवार के भी हताहत होने की खबरों ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है। इस ऑपरेशन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है। क्या पाकिस्तान अब वास्तव में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा या यह केवल अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने की एक और कोशिश है?