पीएम नरेंद्र मोदी के सामने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट का ऑफर दिया है। हालांकि भारत अभी पांचवीं पीढ़ी के इस फाइटर जेट को खरीदेगा या नहीं, यह तय नहीं है। इसके साथ ही भारत की रूस से एसयू-57 को लेकर भी बातचीत चल रही है। ऐसे में पड़ोसी देश पाकिस्तान बेहद डरा हुआ है। पाकिस्तान सरकार के अधिकारी, एक्सपर्ट्स और अब सेना के अधिकारी भी एफ-35 और एसयू-57 से बेहद खौफ खाए हुए हैं। पाकिस्तान को ड है कि अगर भारत एफ-35 लाइटनिंग ।। खरीदता है तो इससे क्षेत्रीय संतुलन बिगड़ जाएगा। क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन को बदल सकता है। एफ-35 फाइटर जेट पाकिस्तान के लिए खतरा बताया जा रहा है।
बालाकोट में भारत दिखा चुका है औकात
पुलवामा अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के फाइटर जेट आमने-सामने आ गए थे। भारत ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की और सुखोई विमान से आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। तब पाकिस्तान ने एफ-15 विमानों से भारत पर हमले का प्रयास किया था, जो नाकाम साबित हुआ। तब भारत के मिग-21 विमान ने पाकिस्तान को अमेरिका से मिले एफ-15 विमान को मार गिराया था। ऐसे में पाकिस्तान को यही डर है कि अगर भारत को एफ-35 मिल गया तो वह इसके सामने कहीं नहीं टिक पाएगा। पाकिस्तान के डरने की और भी वजह है। एफ-35 लाइटनिंग ।। दुनिया का सबसे एडवांस फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट है।
आक्रामक अभियान चला सकता है भारत
चीन के दोनों फिफ्थ जेनरेशन लड़ाकू विमान इसके सामने कहीं नहीं टिकते हैं। पाकिस्तानी सेना ने पिछले साल जनवरी में चीनी फिफ्थ जेनरेशन लड़ाकू विमान जे-35 के अधिग्रहण की घोषणा की थी। पाकिस्तान 40 जे-35 फाइटर जेट खरीदने पर विचार कर रहा है। पाकिस्तान की कोशिश ये थी कि चीनी लड़ाकू विमान से वो भारत के ऊपर रणनीतिक बढ़त बनाए, लेकिन अब बाजी पलटते दिख रही है। इससे भारत को आक्रामक सैन्य अभियान चलाने की इजाजत मिल जाएगी। पाकिस्तान के कब्जे वाले पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे क्षेत्रों में वो आक्रामक अभियान चला सकता है।