पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले के बाद बंधक बनाए गए सभी 346 यात्रियों को छुड़ा लिया गया है। सभी 33 बलोच लड़ाके ढेर हो गए हैं, लेकिन पाकिस्तान के भी 100 जवान मारने का दावा बीएलए ने किया है। पाकिस्तानी सेना का कहना है कि ऑपरेशन अब खत्म हो चुका है। सेना के मुताबिक 21 यात्री और 4 सैनिक मारे गए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के हमले के बाद यात्रियों को बंधक बनाया गया था। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने 50 बंधकों की हत्या करने का दावा किया था।
200 से अधिक ताबूत भेजे
हमले में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई थी, क्योंकि पाकिस्तान सरकार ने 200 से अधिक ताबूत क्वेटा भेजे थे। बीएलए के लड़ाकों ने एक सुरंग में जफर एक्सप्रेस को बंधक बनाया था। ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे। बीएलए ने बंधकों के बीच आत्मघाती दस्ते के लड़ाकों को बिठा दिया था, जिन्होंने सुसाइड जैकेट पहन रखी थी। इससे सुरक्षा बलों को अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे थे
ट्रेन को अगवा करने वाले कुछ लड़ाकों के पास सैटेलाइट फोन भी थे, जिसके जरिये वे अपने हैंडलरों से संपर्क में थे। ट्रेन में सवार यात्रियों के परिजनों को सूचना देने के लिए पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा में आपातकालीन डेस्क भी बनाए।
बीएलए बोला-मातृभूमि के लिए बहा रहे हैं खून
बीएलए ने धमकी दी थी कि बलोच राजनीतिक कैदियों को 48 घंटे में रिहा नहीं किया जाता, तो वे बंधकों को मारना शुरू कर देंगे। ट्रेन में सवार बीएलए के लड़ाकों ने टेलीग्राम पर संदेश में कहा था कि मातृभूमि के लिए अपना खून बहा रहे हैं। बलूचिस्तान के लोगों से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का आग्रह किया गया।