अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट ने ट्रंप प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान गुपचुप तरीके से परमाणु-युक्त इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) विकसित कर रहा है, जिसकी मारक क्षमता अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम होगी। यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब पाकिस्तान के पास फिलहाल कोई ICBM नहीं है, और उसकी सबसे लंबी दूरी की मिसाइल शाहीन-III (मारक क्षमता 2700 किमी) भारत के कई शहरों तक पहुंच सकती है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ट्रंप प्रशासन इस खतरे से कैसे निपटता है और क्या पाकिस्तान को इस महत्वाकांक्षी मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने से रोका जा सकेगा।
ट्रंप प्रशासन क्यों चौकन्ना?
- रणनीतिक खतरा: यदि पाकिस्तान एक ICBM विकसित कर लेता है, जो 5500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक परमाणु पेलोड ले जाने में सक्षम होती है, तो यह अमेरिका के लिए एक सीधा रणनीतिक खतरा पैदा करेगा। अमेरिका परमाणु हथियार रखने वाले किसी भी देश को “परमाणु विरोधी” घोषित कर सकता है, जो उसके लिए संभावित खतरा बन सकता है।
- अप्रसार चिंताएं: पाकिस्तान परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का सदस्य नहीं है और उसके पास लगभग 170 परमाणु हथियार होने का अनुमान है। ICBM का विकास परमाणु हथियारों के प्रसार को लेकर वैश्विक चिंताओं को और बढ़ाएगा।
- भारत-अमेरिका संबंध: रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पाकिस्तान का ICBM प्रोजेक्ट भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तेज हुआ है और उसे चीन से मदद मिल रही है। यह स्थिति भारत-अमेरिका के बीच सैन्य सहयोग को और मजबूत कर सकती है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ने का खतरा है।
इस कदम के मायने क्या?
- बदलता शक्ति संतुलन: ICBM के विकास से पाकिस्तान क्षेत्रीय और वैश्विक शक्ति संतुलन में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहता है। वह अमेरिका को यह संदेश देना चाहता है कि उसके परमाणु हथियारों को नष्ट करने की कोशिश न करे और भारत-पाकिस्तान संघर्ष में हस्तक्षेप न करे।
- रक्षात्मक रणनीति: पाकिस्तान का तर्क हो सकता है कि यह उसकी रक्षात्मक रणनीति का हिस्सा है, खासकर भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं के जवाब में।
- वैश्विक सुरक्षा पर असर: यह विकास वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर निहितार्थ रखता है। इससे एक नई मिसाइल होड़ शुरू हो सकती है और क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है। अमेरिका और अन्य प्रमुख शक्तियों को इस स्थिति से निपटने के लिए एक कूटनीतिक और रणनीतिक प्रतिक्रिया तैयार करनी होगी।