पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में कहा कि पाकिस्तान को भारत के साथ संभावित ‘जंग’ के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने भाषण का हवाला दिया, जिसमें पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। बिलावल भुट्टो के इस बयान से एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। भुट्टो ने कहा, भारत आज तक कह रहा है कि ये तो ट्रेलर था, मूवी आगे है। उनका वजीर-ए-आजम (पीएम) पाकिस्तान के नौजवानों को कह रहा है कि रोटी खाओ, वरना गोली खाओ’। सिंधु जल संधि को भारत ने तोड़ने की धमकी दी है और उनके मंत्री ने कहा कि हम इसे बहाल नहीं करेंगे। ऐसे में पाकिस्तान को जंग की तैयारी शुरू करनी चाहिए।’
भुट्टो ने अपने संबोधन में कहा, “हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत की मौजूदा सरकार और उनके नेता किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद खुले तौर पर कहा था कि पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत है। उनकी यह बात हमारे लिए खतरे की घंटी है और हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
बिलावल भुट्टो का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच व्यापारिक और राजनयिक संबंध लगभग ठप पड़े हैं। पाकिस्तान लगातार कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता रहा है, लेकिन उसे अपेक्षित समर्थन नहीं मिला है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिलावल भुट्टो का यह बयान घरेलू राजनीति में अपनी स्थिति मजबूत करने और पाकिस्तान की जनता को एकजुट करने का एक प्रयास हो सकता है। हालांकि, इस तरह के भड़काऊ बयान दोनों देशों के बीच शांति प्रयासों को और कमजोर कर सकते हैं। भारत की ओर से अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह बयान दोनों देशों के संबंधों पर क्या असर डालता है।