एशिया कप के फाइनल में भारत के हाथों पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम को लगातार तीसरी हार मिलने के बाद, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी को लेकर देश में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीखी आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर उन्हें तुरंत पद से हटाने की मांग जोर पकड़ रही है।
राजनीतिक नेताओं ने साधा निशाना
पाकिस्तान में प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने नकवी की नियुक्ति और PCB के प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ पर दबाव डाला है:
- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के वरिष्ठ नेता मूनिस इलाही ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से नकवी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने X (ट्विटर) पर लिखा कि नकवी ने “इतने कम समय में पाकिस्तान क्रिकेट को बर्बाद कर दिया” और उन्हें तुरंत हटाया जाना चाहिए।
- सिंध के पूर्व राज्यपाल मोहम्मद जुबैर ने नकवी पर टीम से शीर्ष खिलाड़ियों को बाहर करने का आरोप लगाया, जिसके कारण भारत से लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि नकवी ने पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बाबर आजम और सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को बाहर कर उनकी जगह सलमान आगा और हारिस जैसे खिलाड़ियों को चुना, जिससे टीम की बल्लेबाजी तहस-नहस हो गई।
- जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गंभीर राजनीतिक तुलना करते हुए कहा कि “मोहसिन नकवी क्रिकेट के साथ वही कर रहे हैं जो सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के साथ कर रहे हैं।”
‘बिग बॉस’ की मिलीभगत से नियुक्ति का आरोप
फाइनल मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों द्वारा नकवी (जो एशियाई क्रिकेट परिषद के भी प्रमुख हैं) से विजेता ट्रॉफी लेने से इनकार करने की घटना ने विवाद को और बढ़ा दिया।
पत्रकार उमर दराज गोंडल जैसे अन्य आलोचकों ने नकवी पर “असली प्रतिभाओं को निशाना बनाने” का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान में क्रिकेट का पतन हो चुका है, “क्योंकि नकवी को ‘बिग बॉस’ से मिलीभगत के जरिए नियुक्त किया गया था और वह सिर्फ इसलिए अध्यक्ष बने क्योंकि वह उनके चहेते हैं। कोई भी उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता।”
ये सभी आरोप दर्शाते हैं कि टीम की हार ने नकवी की राजनीतिक रूप से प्रभावित नियुक्ति पर सवाल खड़े कर दिए हैं और पाकिस्तान क्रिकेट में बड़े बदलाव की मांग उठ रही है।