संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता पाकिस्तान को मिलने के बाद भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर उसकी पोल खोल दी है। भारत ने पाकिस्तान को बेनकाब करते हुए स्पष्ट किया कि वह किस तरह से आतंकवाद का समर्थन और उसे बढ़ावा देता रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने सुरक्षा परिषद की बैठक में जोरदार तरीके से पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनकर वैश्विक शांति और सुरक्षा की बात कर रहा है, वहीं दूसरी ओर वह खुद आतंकवाद का पनाहगार बना हुआ है। भारत ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को खुली छूट मिली हुई है और वे भारत सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रचते हैं।
भारतीय प्रतिनिधि ने मुंबई हमलों और पठानकोट हमलों जैसे कई उदाहरण दिए, जिनमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की संलिप्तता स्पष्ट रूप से सामने आई है। उन्होंने पाकिस्तान से अपील की कि वह आतंकवाद के खिलाफ ईमानदारी से कार्रवाई करे और अपनी जमीन से संचालित होने वाले आतंकी समूहों पर लगाम लगाए। भारत ने यह भी कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करेगा, तब तक क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित होना मुश्किल है।
भारत के इस कड़े रुख ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान की ओर खींचा है और उस पर आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने का दबाव बढ़ा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भले ही पाकिस्तान के पास हो, लेकिन भारत ने अपनी मजबूत स्थिति और तथ्यों के आधार पर उसे बेनकाब कर दिया है।