पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को 14 करोड़ रुपये का मुआवजा दे सकती है। खबरों के अनुसार यह मुआवजा कथित तौर पर ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों के लिए दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर एक कथित भारतीय सैन्य अभियान था, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसमें मसूद अजहर के कुछ रिश्तेदार मारे गए थे। हालांकि भारत सरकार ने कभी भी इस तरह के किसी ऑपरेशन की पुष्टि नहीं की है। पाकिस्तान सरकार के इस संभावित कदम की भारत में कड़ी आलोचना हो रही है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आतंकवाद को प्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा देने जैसा है। मसूद अजहर भारत में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, जिसमें 2001 का संसद हमला और 2019 का पुलवामा हमला प्रमुख हैं।
मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू
भारत ने हमेशा पाकिस्तान से मसूद अजहर और अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ऐसे में, पाकिस्तान सरकार द्वारा उसे मुआवजा देने की खबरें भारत के लिए चिंता का विषय हैं। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और खराब कर सकता है। पाकिस्तान सरकार की ओर से इस खबर पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह देखना होगा कि इस विवादास्पद कदम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की क्या प्रतिक्रिया होती है।