जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले का असर अब माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी साफ तौर पर दिखने लगा है। हमले के बाद से श्रद्धालुओं के बीच डर और अनिश्चितता का माहौल व्याप्त है, जिसके चलते यात्रा करने वालों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पहले जहां 40 हजार श्रद्धालु जाते थे, तो अब महज 20 हजार ही श्रद्धालु जा रहे हैं। स्थानीय होटल व्यवसायियों और ट्रैवल एजेंटों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद वैष्णो देवी यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की बुकिंग में भारी कमी आई है। कई यात्रियों ने अपनी यात्रा की योजना रद्द कर दी है या उसे स्थगित कर दिया है। कटरा में पहले जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिलती थी, अब वहां अपेक्षाकृत कम लोग नजर आ रहे हैं।
बुकिंग में भी भारी गिरावट
होटल बुकिंग, हेलीकॉप्टर सेवाएं और बैटरी कार जैसी सुविधाओं की अग्रिम बुकिंग में भी 40 से 45 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। इससे न केवल होटल उद्योग, बल्कि यात्रा पर निर्भर अन्य व्यवसायों जैसे घोड़े वाले, पि_ू और छोटे दुकानदारों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं को सुरक्षा का आश्वासन दे रहे हैं और यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, पहलगाम में पर्यटकों पर हुए बर्बर हमले ने लोगों के मन में गहरा डर पैदा कर दिया है, जिससे वे वैष्णो देवी की यात्रा करने से भी कतरा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग को बड़ा झटका
रेलवे अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, ताकि यदि कोई यात्री अपनी यात्रा बीच में छोडक़र वापस लौटना चाहे तो उसे आसानी हो। हालांकि, इसका दूसरा पहलू यह भी है कि यह डर के माहौल को और पुख्ता करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति जल्द ही सामान्य नहीं हुई, तो वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में और कमी आ सकती है, जिससे जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग को एक बड़ा झटका लगेगा। फिलहाल, सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन श्रद्धालुओं के विश्वास को बहाल करने और उन्हें सुरक्षित महसूस कराने के लिए क्या कदम उठाता है।
पहलगाम आतंकी हमला : वैष्णो देवी यात्रा में गिरावट जारी.. घटकर इतने रह गए श्रद्धालु
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