जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य पहलगाम में हुए आतंकी हमले की गंभीरता का आकलन करना और तत्काल उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा करना था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे इस हमले के पीछे जिम्मेदार आतंकवादियों को पकडऩे के लिए हर संभव प्रयास करें।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संपर्क में रहें
सूत्र बताते हैं कि बैठक में अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को हमले की पृष्ठभूमि, वर्तमान स्थिति और उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस घटना की प्रतिक्रिया और भारत के राजनयिक प्रयासों पर भी चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश मंत्री को निर्देश दिया कि वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संपर्क में रहें और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने एनएसए अजीत डोभाल को सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करने और क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने के लिए कहा।
कश्मीर में आतंकवाद की चुनौती उजागर
इस हमले ने एक बार फिर कश्मीर में आतंकवाद की चुनौती को उजागर किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्होंने पीडि़त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।


