लगन, धैर्य और अटूट संकल्प का साकार रूप, पन्ना जिले के छोटे से गांव रामपुर के निवासी अजीत कुमार मिश्रा ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) 2023 की परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर सफलता की नई मिसाल कायम की है। एक साधारण किसान के बेटे अजीत की यह उपलब्धि दर्शाती है कि कड़ी मेहनत के सामने कोई भी बाधा टिक नहीं सकती।
🏆 तीसरा प्रयास लाया ऐतिहासिक सफलता
यह सफलता अजीत को उनके तीसरे प्रयास में मिली है, जो उनकी दृढ़ता की कहानी कहती है। इससे पहले भी वे चयन हासिल कर चुके थे, लेकिन उनकी मंज़िल कुछ और थी।
माता-पिता का योगदान सबसे बड़ा
अपनी इस ऐतिहासिक सफलता का श्रेय अजीत ने निःसंकोच अपने माता-पिता को दिया।
”मेरी सफलता में माता और पिता का योगदान सबसे बड़ा है। पिता रामपुर गांव में खेती करते हैं और मां गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने मुझे हमेशा पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। परिणाम की जानकारी मिलते ही उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था।” – अजीत कुमार मिश्रा
🎯 मंजिल अभी दूर है: अब UPSC का लक्ष्य
इंदौर के होल्कर महाविद्यालय से बीएससी (B.Sc) की डिग्री प्राप्त करने वाले अजीत ने 2020 से MPPSC की तैयारी शुरू की थी। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार से लेकर डिप्टी कलेक्टर तक का सफर प्रेरणादायक रहा है, लेकिन वे यहीं नहीं रुकने वाले।
”यह बहुत बड़ी सफलता है, जिससे मैं बेहद खुश हूँ। लेकिन मेरी मंजिल अभी कुछ दूर है। मैं अब कम से कम दो बार यूपीएससी (UPSC) के लिए पूरी मेहनत से प्रयास करूंगा।”
अजीत कुमार मिश्रा की यह कहानी उन लाखों युवाओं को संदेश देती है, जो छोटे शहरों और ग्रामीण परिवेश से आते हैं। उनकी सफलता साबित करती है कि कठिन परिस्थितियों में भी यदि सही दिशा में प्रयास किया जाए, तो शीर्ष पर पहुँचना संभव है।


