21 अगस्त 2011 इंग्लैंड का कैनिंगटन ओवल का मैदान भारत और इंग्लैंड की टीम के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था। भारतीय टीम लगातार तीन टेस्ट मैच हार चुकी थी और यह दौरा भारतीय टीम के लिए बेहद खराब गुजर रहा था। कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पा रहा था, सिर्फ राहुल द्रविड़ ही जिन्हें भारतीय क्रिकेट की दीवार कहा गया है केवल वही रन बना रहे थे और शतक जड़ रहे थे। इसके बाद ओवल के मैदान पर वो पल आया जब भारतीय टीम का जो बल्लेबाजी क्रम था वह एक टेलीफोन नंबर की तरह दिख रहा था और उसके बीच में एकमात्र खिलाड़ी था जिसका स्कोर तीन अंको में दिखाई दे रहा था और वह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट की दीवार राहुल द्रविड़ थे।
ओवल के मैदान पर वन मैन आर्मी बन गए थे राहुल द्रविड़
ओवल के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में पहली पारी में इंग्लैंड ने 6 विकेट के नुकसान पर 591 रन बनाए। जवाब में भारत की पहली पारी 300 रनों पर सिमट गई। पहली पारी में राहुल द्रविड़ सिर्फ ने नाबाद 146 रन बनाये। पहली पारी में अगर राहुल द्रविड़ की बल्लेबाजी को छोड़ दिया जाए तो भारत के पांच ऐसे खिलाड़ी थे जो दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंच सके थे। द्रविड़ हर किसी के साथ साझेदारी तो निभा रहे थे लेकिन उसमें ज्यादातर रन राहुल द्रविड़ बना रहे थे।
इस मुकाबले में राहुल द्रविड़ के अलावा अमित मिश्रा ने 43 रनों की पारी खेली थी। और ग्रेट सचिन तेंदुलकर ने 23 रन बनाए थे। इसके अलावा आरपी सिंह ने 25 रनों की पारी खेली थी। एक छोर पर राहुल द्रविड़ अकेले डटे हुए थे तो दूसरे छोर से लगातार भारतीय विकेट गिरते जा रहे थे लेकिन राहुल द्रविड़ को कोई डिगा भी नहीं पाया हिला भी नहीं पाया और राहुल द्रविड़ आखिरकार नाबाद पवेलियन लौटे थे। और इस तरह से वन मैन आर्मी वाला किरदार राहुल द्रविड़ ने इस मैच में निभाया था।