ऑपरेशन सिंदूर पर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य वैश्विक नेताओं के बयान शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों को पहले से ही पता था कि कुछ होने वाला है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि लोगों को अतीत के कुछ अंशों के आधार पर पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा। ट्रंप ने इससे पहले युद्ध के बजाय शांति की वकालत की थी। इजराइल ने इजराइल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है।
अमेरिका रख रहा नजर
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और रिपोर्टों का आकलन कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने का आह्वान किया है। कई देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कदम का समर्थन किया है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है।
भारत में जबरदस्त उत्साह
भारत ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ एक लक्षित कार्रवाई थी और इसका उद्देश्य किसी भी देश के साथ संघर्ष को बढ़ाना नहीं है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दुनिया को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए। अमित शाह ने भी भारतीय सेना के समर्थन में पोस्ट किया है। वहीं भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई केंद्रित और मापी हुई रही है और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है।