सुरक्षाबलों ने ‘ऑपरेशन अखल’ के तहत बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुलगाम जिले में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ अखल वन क्षेत्र में हुई, जो शुक्रवार शाम से जारी थी। सेना की चिनार कॉर्प्स ने इस सफलता की पुष्टि की है। चिनार कॉर्प्स ने एक्स परपोस्ट करते हुए लिखा कि रात भर रुक-रुक कर सेना और आतंकियों के बीच गोलीबारी होती रही। सेना के जवानों ने जवाब दिया और पूरे इलाके को घेर लिया। कार्रवाई में एक आतंकवादी को मार गिराया गया है। करीब दो बजे जानकारी मिली है कि इस पूरे ऑपरेशन में अब 3 आतंकियों को मार गिराया गया है।। सुरक्षाकर्मियों ने 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन महादेव’ चलाया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकी मारे गए। आतंकवादियों में पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंट मूसा भी ढेर हो गया था।
कैसे सेना ने किया चुन-चुनकर सफाया?
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने अखल वन क्षेत्र में आतंकवादियों के छिपने की सूचना मिलने के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। घने जंगल और दुर्गम इलाका होने के बावजूद, जवानों ने आधुनिक तकनीक और सटीक रणनीति का इस्तेमाल किया।
जवानों ने सबसे पहले घेराबंदी को मजबूत किया ताकि कोई भी आतंकी भाग न सके। इसके बाद, उन्होंने एक-एक संदिग्ध ठिकाने को निशाना बनाना शुरू किया। आतंकियों की तरफ से रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी का जवाब देते हुए सुरक्षाबलों ने पेशेवर तरीके से जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान, एक-एक आतंकी को चुन-चुनकर मार गिराया गया। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।
‘ऑपरेशन अखल’ की सफलता से कुलगाम और आसपास के इलाकों में सुरक्षा का माहौल मजबूत हुआ है। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति और सुरक्षाबलों की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।