उप्र के मिल्कीपुर में हो रहे उपचुनाव के बीच सोशल मीडिया पर भी जंग चल रही है। एक बुजुर्ग के 6 वोट डालने का बयान चर्चाओं में है। हालांकि भाजपा ने इसका वीडियो जारी किया है, जिसमें इस दावे को भ्रामक बताया गया है। भाजपा ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर वीडियो जारी कर कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता यू-ट्यूबर बनकर भ्रामक खबरें फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। मिल्कीपुर उपचुनाव में जिस बुजुर्ग शख्स का वीडियो यह कहकर वायरल किया कि उन्होंने अकेले 6 वोट डाले हैं, वह सच्चाई के बिल्कुल उलट था। बीजेपी ने कहा कि उनके परिवार के 6 अलग-अलग सदस्यों ने भाजपा को वोट किया था। चुनाव आयोग को ऐसे भ्रामक वीडियो फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके।
अखिलेश का ऑडियो वार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वीडियो जारी कर कहा कि ये है पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन जो सत्ताधारी के लिए फर्जी मतदान का टार्गेट पूरा कर रहे हैं। इनके बूथों पर तुरंत चुनाव रद्द किया जाए और इन्हें प्रथमदृष्टया ऑडियो सबूतों के आधार पर निलंबित किया जाए और फिर उचित न्यायिक कार्रवाई के बाद बर्खास्त भी किया जाए। अखिलेश ने कहा कि अधिकारियों की चुनावी धांधली और हेराफेरी के ऐसे और भी वीडियो-आडियो आ रहे हैं। जब इनकी नौकरी जाएगी और समाज में बदनामी होगी शायद तब इनका ईमान और जमीर जागेगा। सरकार उनका इस्तेमाल करके अपना हाथ झाड़ लेगी, तब ये जेलों में होंगे और अपने समाज, परिवार और बच्चों की नजऱ में अपमान की जिंदगी जिएंगे। हम उन ईमानदार और सच्चे अधिकारियों की प्रशंसा करते हैं, जिन्होंने भाजपा पार्टी ऑफि़स से दिए गए ‘फर्जी मतदान के टार्गेट’ को मानने से इंकार कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग लोकतंत्र के ऐसे दुश्मनों का तत्काल संज्ञान ले।