कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के एक महीना पूरा होने पर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमले को एक महीना बीत जाने के बावजूद हत्यारे अभी तक खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि सरकार ने इस मामले में पर्याप्त कार्रवाई नहीं की है। पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को हुए इस आतंकी हमले में एक विदेशी सहित 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस नृशंस वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था और ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी कार्रवाई भी की थी और 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों की मौत का दावा किया है।
असली गुनहगारों को पकडऩे में विफल सरकार
सुप्रिया श्रीनेत ने अपने बयान में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को आज एक महीना पूरा हो गया है। 26 बेगुनाह लोगों की हत्या के बाद भी हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान पर दबाव बनाने की बात तो की, लेकिन असली गुनहगारों को पकडऩे में विफल रही है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर कब तक ये हत्यारे आज़ाद घूमते रहेंगे और पीडि़तों को न्याय कब मिलेगा? उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के डीजी भी पहलगाम का दौरा कर चुके हैं और तीन आतंकवादियों के स्केच भी जारी किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हुई है। श्रीनेत ने सरकार पर इस मामले में ढिलाई बरतने और आपदा में अवसर तलाशने” का आरोप लगाया, जैसा कि उन्होंने पहले भी कहा था।
6 स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराया
हालांकि, सरकारी सूत्रों और जांच एजेंसियों का दावा है कि पहलगाम हमले के बाद दक्षिण कश्मीर में चलाए गए ऑपरेशंस में सेना और पुलिस ने 6 स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराया है, जिनमें आतंकी संगठन टीआरएफ का एक टॉप कमांडर भी शामिल था। पुलिस का कहना है कि पहलगाम आतंकी हमले में टीआरएफ का ही हाथ है। इसके अलावा, भारत पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश-दुनिया भर में पाकिस्तान को बेनकाब करने में जुटा हुआ है। कांग्रेस लगातार सरकार पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी जवाब मांग चुकी है। यह मुद्दा आने वाले समय में भी राजनीतिक बहस का एक प्रमुख बिंदु बना रहने की संभावना है।