आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में याद किया जाता है। ठीक 50 साल पहले, 5 जून 1975 को समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण (जे.पी.) ने पटना के गांधी मैदान से संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था। यह आह्वान तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ एक जन आंदोलन था, जिसने भारतीय राजनीति की दिशा बदल दी थी। जे.पी. का यह आंदोलन भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई और सरकारी कुशासन के खिलाफ शुरू हुआ था। उन्होंने छात्रों, युवाओं और आम जनता से आह्वान किया था कि वे व्यवस्था परिवर्तन के लिए एकजुट हों। सिंहासन खाली करो कि जनता आती है.. का नारा इस आंदोलन का प्रतीक बन गया था। संपूर्ण क्रांति का लक्ष्य केवल सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में आमूल-चूल परिवर्तन लाना था।
25 जून 1975 को हुई थी घोषणा
इस आंदोलन ने देश भर में लाखों लोगों को आंदोलित किया। छात्रों और युवाओं ने अपनी पढ़ाई और करियर छोडक़र जे.पी. के साथ कंधा से कंधा मिलाकर संघर्ष किया। यह आंदोलन इतना व्यापक था कि इसने तत्कालीन सरकार को हिला दिया। कुछ ही दिनों बाद 25 जून 1975 को देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई और जे.पी. सहित विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
1977 के चुनावों में जनता पार्टी की सरकार बनी
आपातकाल के कारण यह आंदोलन अस्थायी रूप से दब गया, लेकिन इसने भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला। आपातकाल हटने के बाद 1977 के चुनावों में जनता पार्टी की सरकार बनी, जिसने भारतीय राजनीति में एक नए युग की शुरुआत की। जे.पी. के संपूर्ण क्रांति के विचार आज भी कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। आज के दिन, हम उस ऐतिहासिक आह्वान को याद करते हैं जिसने देश को एक नई दिशा दी थी।
बीजेपी ने कांग्रेस पर कसा तंज
पटना: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि आज 5 जून है। लोकतंत्र की हत्यारी कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर इस देश को बर्बाद करने और लोगों के अधिकारों को छीनने का जो काम किया था, उसके खिलाफ जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में आज के दिन संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया गया था। उस आंदोलन से कांग्रेस की सत्ता हिल गई थी। लेकिन आंदोलन में शामिल लोग सत्ता के लालच में खेलने लगे। लालू कांग्रेस की गोद में चले गए और सत्ता के लालच में जेपी, आंदोलन, संपूर्ण क्रांति को धोखा देकर यह साबित कर दिया कि कांग्रेस और राजद की कुंडली एक ही है।