उत्तर प्रदेश के मेरठ में ईद की नमाज के बाद मुस्लिमों ने एक पोस्टर लहराया। इस पर लिखा था कि सडक़ों पर सिर्फ मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ते हैं, बल्कि हिन्दू होली सडक़ों पर मनाता है। शिवरात्रि सडक़ों पर मनाता है, कांवड़ सडक़ पर निकलता है, रामनवमी यात्रा सडक़ पर करता है, दिवाली पर पटाखे सडक़ पर फोड़ता है और गणेश चतुर्थी सडक़ों पर मनाता है। मेरठ में ईद की नमाज के बाद मुसलमानों द्वारा एक पोस्टर लहराए जाने की घटना पहले भी सामने आई है, जिसमें वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध किया गया था। अब ईद पर प्रशासन के फैसले का विरोध किया गया है।
प्रशासन ने लगाई थी पाबंदी
मेरठ प्रशासन ने ईद के मौके पर सडक़ों पर नमाज न पढऩे का आदेश दिया था। पुलिस ने कहा था कि यदि कोई सडक़ पर नमाज पढ़ेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि मुनव्वर फारुकी ने मेरठ प्रशासन से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रशासन से नमाज के लिए उचित व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। समुदाय ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी धार्मिक प्रथाओं का पालन करना चाहते हैं। पुलिस ने भी ईद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्कता बरती है।