कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने भाई राहुल गांधी का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाए हैं। उन्होंने आयोग द्वारा राहुल गांधी से मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर हलफनामा मांगे जाने को “बकवास” करार दिया।
‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी द्वारा उठाए गए ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने कहा, “कैसी शपथ? इसका समय 30 दिन, 45 दिन होता है। इससे बड़ी शपथ क्या होगी जो हम लोकसभा में लेते हैं? ये जो हलफनामा मांग रहे हैं, ये बेकार की बात है।” उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग सिर्फ बहाने बना रहा है। प्रियंका ने आगे कहा, “जैसे ही हलफनामा आएगा, वे कहेंगे कि ये 45 दिन बाद दिया था, इसलिए इसे रद्द कर देंगे। ये सब बकवास है, सच्चाई सबके सामने है।”
प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग को सवालों का जवाब देना चाहिए, न कि बहानेबाजी करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “100-100 लोग जीरो एड्रेस पर क्यों हैं, इतने लोग एक एड्रेस पर कैसे हैं? पहले राहुल गांधी जो सवाल उठा रहे हैं, उसका जवाब दें।” उन्होंने कहा कि जब आयोग के पास जवाब नहीं होता, तो वे गैर-जरूरी मुद्दों पर बात करने लगते हैं। उन्होंने कहा, “जब जवाब नहीं दे पा रहे हैं तो नेहरू जी, इंदिरा जी, हलफनामा, शपथ पत्र की बात करेंगे। मुद्दों का जवाब दें।”
कांग्रेस पार्टी लगातार यह आरोप लगा रही है कि मतदाता सूची में जानबूझकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है, ताकि कुछ विशेष उम्मीदवारों को फायदा पहुंचाया जा सके। प्रियंका गांधी का यह बयान इस बात का संकेत है कि पार्टी इस मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं है और वह चुनाव आयोग से ठोस जवाब मांगती रहेगी।