मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज हुई बिहार कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक में राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया। सरकार ने अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को नौकरी और रोजगार देने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इस प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है, जिससे बिहार में रोजगार सृजन को लेकर एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है। बिहार विधान सभा चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 में होने वाला है। इस कारण यह फैसला मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
कैबिनेट बैठक के प्रमुख बिंदु:
- एक करोड़ रोजगार का लक्ष्य: सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह लक्ष्य केवल सरकारी नौकरियों का नहीं, बल्कि स्वरोजगार, निजी क्षेत्र में निवेश से सृजित होने वाले रोजगार और कौशल विकास के माध्यम से प्राप्त होने वाले अवसरों को भी शामिल करेगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
- कौशल विकास पर जोर: युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने हेतु कौशल विकास कार्यक्रमों को व्यापक रूप से विस्तारित किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में बाजार की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि युवाओं को उद्योगों की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जा सके।
- निवेश प्रोत्साहन: राज्य में नए उद्योगों को आकर्षित करने और मौजूदा उद्योगों के विस्तार को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन योजनाएं लाई जाएंगी। इससे निजी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) को बढ़ावा: छोटे और मझोले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैकेज और आसान ऋण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ये उद्योग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की क्षमता रखते हैं।
- कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार: कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण, खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर भी जोर दिया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के बाद कहा कि सरकार युवाओं को बेहतर भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है और यह लक्ष्य उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अधिकारियों को इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने और तय समय सीमा में लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि राज्य सरकार इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को कैसे प्राप्त करती है और बिहार के युवाओं के लिए कितनी सफलता ला पाती है।