बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने इस नए कार्यकाल के लिए शपथ लेते ही, भारत के किसी भी राज्य में सर्वाधिक बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। इस प्रकार, नीतीश कुमार न सिर्फ सबसे अधिक बार शपथ लेने का रिकॉर्ड बनाएंगे, बल्कि कार्यकाल पूरा होने पर बिहार के राजनीतिक इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का भी कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
शपथ लेते ही बनने वाले रिकॉर्ड
| रिकॉर्ड का विवरण | संख्या | स्थिति |
| मुख्यमंत्री पद की शपथ | 9वीं बार | देश में सर्वाधिक बार शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री। |
| कार्यकाल | पाँचवाँ पूर्ण कार्यकाल | एक मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका पाँचवाँ पूर्ण कार्यकाल होगा। |
पिछले रिकॉर्ड धारक
नीतीश कुमार से पहले यह रिकॉर्ड ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नाम था। नवीन पटनायक ने पाँच बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, उनके शपथ लेने की संख्या कम थी, लेकिन उन्होंने लगातार पाँच बार कार्यकाल पूरा किया।
प्रकाश सिंह बादल (पंजाब): पाँच बार मुख्यमंत्री रहे। शालिगराम शर्मा (मणिपुर): पाँच बार मुख्यमंत्री रहे।
नया इतिहास रचने की संभावना
यदि नीतीश कुमार अपना यह नया कार्यकाल (2025 तक) पूरा करते हैं, तो वह एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाएंगे:
- वह डॉ. श्रीकृष्ण सिंह (बिहार के पहले मुख्यमंत्री) का रिकॉर्ड तोड़ देंगे और बिहार में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का नया इतिहास रचेंगे।
- डॉ. श्रीकृष्ण सिंह का कार्यकाल लगभग 17 वर्ष का था।
- नीतीश कुमार ने इस बार शपथ लेने से पहले ही लगभग 17 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। यदि वह यह कार्यकाल पूरा करते हैं, तो उनका कुल कार्यकाल 20 वर्ष के आसपास पहुँच जाएगा।


