राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आतंकियों को शरण देने और उनकी मदद करने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर के रूप में हुई है, ये दोनों पहलगाम इलाके के ही निवासी हैं। NIA के अधिकारियों के मुताबिक, जांच में यह सामने आया है कि इन दोनों व्यक्तियों ने 14 जून 2025 को पहलगाम के लिद्दर नदी क्षेत्र में सेना के एक काफिले पर हुए आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को छिपने की जगह और अन्य रसद सहायता प्रदान की थी। इस हमले में एक सैनिक शहीद हो गया था और 28 पर्यटक मारे गए थे थे।
NIA ने इस मामले में गहन जांच अभियान चलाया था, जिसमें कई संदिग्धों से पूछताछ की गई। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर जोथर बंधुओं की भूमिका सामने आई। एजेंसी का मानना है कि ये दोनों स्थानीय स्तर पर आतंकियों के नेटवर्क का हिस्सा थे और उन्हें हमलों को अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण सहायता मुहैया करा रहे थे।
इन गिरफ्तारियों को पहलगाम हमले के पीछे के पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। NIA अब इन दोनों से पूछताछ कर रही है ताकि हमले में शामिल अन्य आतंकियों और उनके सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस तरह के स्थानीय समर्थन के बिना आतंकी हमलों को अंजाम देना मुश्किल होता है, इसलिए आतंकियों को शरण देने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई जरूरी है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आतंकियों के साथ-साथ उनके मददगारों की कमर तोड़ना भी है।