चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने हाल ही में भारत का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात को दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सीमा विवाद और व्यापार पर सहमति
वांग यी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई चर्चा में सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने पर जोर दिया गया। दोनों देशों ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक विशेषज्ञ समूह बनाने पर भी सहमति जताई है। यह समूह सीमांकन पर समाधान तलाशने का काम करेगा। इसके अलावा, दोनों देश तीन निर्दिष्ट व्यापार बिंदुओं के माध्यम से सड़क मार्ग से व्यापार को फिर से खोलने पर भी सहमत हुए हैं।
पीएम मोदी का चीन दौरा
वांग यी ने प्रधानमंत्री मोदी को 31 अगस्त को चीन में हो रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और कहा है कि वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने को उत्सुक हैं। यह दौरा 2020 में गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहली चीन यात्रा होगी।
यह यात्रा दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार की उम्मीद जगाती है और यह भी दर्शाती है कि भारत और चीन दोनों ही आपसी तनाव को कम करके आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहते हैं। इस दौरे से दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों के फिर से शुरू होने की भी उम्मीद है, जो कोविड-19 महामारी के बाद से बंद हैं।